हम भारत माँ के सपूत,
भारत माँ की शान में,
शीश काटते, शीश कटाते,
प्राणों की आहुति दें हम,
भारत माँ की शान बढ़ाते।

हम भारत माँ के सपूत,
हमसा न कोई,
सर्दी हो या गर्मी या हो बरसात,
हथियार थामे,
करते शरहद की रक्षा।

हम भारत माँ के सपूत,
जग में न हमसा वीर,
दुश्मनों का सीना देते चीर।
याद रखेगी कुर्बानी हमारी,
लड़ने की जब बारी आए
सीमा पर हो हर हिन्दुस्तानी ।

हममें है ताकत अकूत
हम भारत माँ के सपूत ।


दीपक यादव
 मधेपुरा, बिहार
मो• 7549494954
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