नालायकों के लिए जाया न करें अपना समय और शक्तियाँ
महाभारत बनाम मैनेजमेंट
ऊँचाइयां पाने की तमन्ना हो तो अपने संस्कारों से नीचे न गिरें
स्वामी विवेकानंद से पाएं व्यक्तित्व विकास की प्रेरणा
बैसाखियों के भरोसे न रहें ये ही ले डूबेंगी कभी
कहीं आप 'इमोशनल अत्याचार' का शिकार तो नही हो रहे?
भाषा और व्यक्तित्व : क्या और कितना है संबंध-स्वप्नल सोनल
धूर्त और मक्कार होते हैं चरणस्पर्श के शौकीन लोग
यों ही कब तक पड़े रहोगे नए साल के नाम पर तो कुछ करो
यों ही कब तक पड़े रहोगे नए साल के नाम पर तो कुछ करो
कबूतरिया गृह-मोह त्यागें जमाने को देखने बाहर निकलें
बडे़ कामों का लें संकल्प बड़ा दिन देता यही संदेश
कमीनों से दूरी बनाए रखें, इनका न साथ दें, न साथ रहें
बार-बार न दोहराएँ एक ही बात को
0 Responses

एक टिप्पणी भेजें