नजरें पुरुषों के यौनांगों पर
पता नहीं क्यों मेरा मन हमेशा सेक्स के विचारों में खोया रहता है. जब मैं किसी पुरुष को देखती हूँ या उससे बात करती हूँ तो मेरी नजर उसके यौनांगों पर जाती है और मैं उत्तेजित हो जाती हूँ. पति से पूर्ण रूप से संतुष्ट भी नहीं हूँ. अपनी समस्या डॉक्टर को बताने में संकोच होता है. क्या करूँ ?
पता नहीं क्यों मेरा मन हमेशा सेक्स के विचारों में खोया रहता है. जब मैं किसी पुरुष को देखती हूँ या उससे बात करती हूँ तो मेरी नजर उसके यौनांगों पर जाती है और मैं उत्तेजित हो जाती हूँ. पति से पूर्ण रूप से संतुष्ट भी नहीं हूँ. अपनी समस्या डॉक्टर को बताने में संकोच होता है. क्या करूँ ?
किसी और व्यक्ति को लेकर सेक्सुअल विचार आना एक
स्वाभाविक प्रक्रिया है. अन्य लोगों को लेकर आपके इस तरह के विचार के कई कारण हो
सकते हैं. जैसे- पार्टनर का भरपूर साथ न होना, दोनों का सेक्सुअल लाइफ अच्छी तरह
एन्जॉय न कर पाना, जरूरत के समय साथी का न मौजूद होना, सेक्स को लेकर दोनों में
मतभेद होना. लेकिन इस तरह के विचारों को रोक न पाना या इस तरह के मनोग्रस्त स्वभाव
का होना जैसे कि पुरुषों के गुप्तांगों को देखना या हस्तमैथुन करना- यह दर्शाता है
कि आप किसी असामान्य प्रक्रिया से गुजर रही हैं. आपको जल्द से जल्द किसी
मनोवैज्ञानिक से संपर्क करना चाहिए.
(साभार: मेरी सहेली)
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