क्षीण हुई है
नैतिकता,
घायल है अब सात्विकता |
कारण है हर दोषों की,
बिगड़ी हुई मानसिकता |
दर -दर पर नष्ट हुई है,
पली बढ़ी ये मौलिकता |
मन माफ़िक आजादी से,
बोझिल हुई ये आधुनिकता |
मातृ संपदा बिलख रही,
दूजे दर वो भटक रही |
श्रवण मिला दो कोई मुझे,
कह-कहकर वो सिसक रही |
पशुओं सम हर कर्म किए,
पशुता के इन लायकों को,
कैसे मिल गई,
मनुज की यह नागरिकता |
नियमों से नही बात बनेगी,
जब तक बौनी है मानुषता |
रिश्ते-नाते हुए कलंकित,
दोषी है ये विकृत मानसिकता |
अपनी बेटी अपना बेटा,
उसकी बेटी उसका बेटा |
हर जन-जन के प्रति
रखनी होगी स्वस्थ मानसिकता|
आधारशिला रख उस परिवर्तन की ,
जिसमें सजती हो गांधी वाली मानसिकता |
चकाचौंधिली और रंग-बिरंगी इस दुनिया में ,
समझ लो यारों, सच्ची है अपनी भारतीयता |
घायल है अब सात्विकता |
कारण है हर दोषों की,
बिगड़ी हुई मानसिकता |
दर -दर पर नष्ट हुई है,
पली बढ़ी ये मौलिकता |
मन माफ़िक आजादी से,
बोझिल हुई ये आधुनिकता |
मातृ संपदा बिलख रही,
दूजे दर वो भटक रही |
श्रवण मिला दो कोई मुझे,
कह-कहकर वो सिसक रही |
पशुओं सम हर कर्म किए,
पशुता के इन लायकों को,
कैसे मिल गई,
मनुज की यह नागरिकता |
नियमों से नही बात बनेगी,
जब तक बौनी है मानुषता |
रिश्ते-नाते हुए कलंकित,
दोषी है ये विकृत मानसिकता |
अपनी बेटी अपना बेटा,
उसकी बेटी उसका बेटा |
हर जन-जन के प्रति
रखनी होगी स्वस्थ मानसिकता|
आधारशिला रख उस परिवर्तन की ,
जिसमें सजती हो गांधी वाली मानसिकता |
चकाचौंधिली और रंग-बिरंगी इस दुनिया में ,
समझ लो यारों, सच्ची है अपनी भारतीयता |
आनंद मूर्ति,
बिलासपुर,छत्तीसगढ़.
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