***सुषमा 'आहुति'
लेक्चरर, कानपुर








धड़कन भी धड़क रही है
उसने मुड़ कर देखा तो होता.!!!
हर पल हर लम्हा..!!! प्यार के ये चौदह खत...वेलेंटाइन स्पेशल कोई मिल जाए ऐसा...!!! तुम्हारी ख़ामोशी.......!!! 
1 Response
  1. Unknown Says:

    बहुत सुंदर रचना


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